सिर्फ दो फसलों की बिक्री से हरियाणा के किसानों ने साल भर में कमाए 30,000 करोड़ रुपये

हरियाणा सरकार ने पिछले एक वर्ष के दौरान प्रदेश के किसानों की दो फसलों का 30 हजार करोड़ रुपये का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर भुगतान किया. जो अपने आप में एक रिकॉर्ड है. चौटाला ने बुधवार को हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र के दौरान विपक्ष द्वारा सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान यह बात कही. उन्होंने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले विपक्ष के नेता किसानों को भ्रमित कर रहे हैं. दरअसल, चौटाला गेहूं और धान खरीद की बात कर रहे थे.

इन दोनों की खरीद के मामले में हरियाणा (Haryana) यूपी, बिहार जैसे राज्यों से काफी आगे है. उन्होंने कहा कि किसी भी किसान को फसल बिक्री के इंतजार में रात को ठंड व गर्मी के मौसम में मंडी में नहीं सोना पड़ा. राज्य में मंडियों को मजबूती प्रदान किए जाने के अपने वादे को दोहराया कि वे विश्वास दिलाते हैं कि 1 अप्रैल, 2021 से शुरू होने वाली गेहूं की खरीद के दौरान किसानों को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी. किसान द्वारा मंडी में जे.फार्म कटवाने के 48 घंटे के अंदर उसकी फसल का भुगतान सीधा उसके बैंक खाते में चला जाएगा.

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